*शिर्डी माझे पंढरपुर । साईबाबा रमावर*।। *शुद्ध भक्ती चंद्रभागा । भाव पुंडलिक जागा* ।। *या हो या हो अवघे जन । करा बाबांसी वंदन*।। *गणु म्हणे बाबा साई । धाव पाव माझे आई*। *शिरडी मेरा पंडरपुर है। साई बाबा ही रमावर है ,बाबा ही रमावर है। भक्ति की शुद्ध धारा ही चंद्रभागा है और पुंडलिक के भाव जाग्रत है। आओ- आओ,लोगों ,बाबा की वंदना करें। साई की वंदना करें ।गणु विनती करतें हैं कि,हे बाबा साॅई, हे मेरी साॅई माॅ दौड़ कर मुझे अपनी शरण में ले लीजिए।*
*🙏🏻🌻दुःख से न गबरा प्यारे होंगे तेरे वारे न्यारे,जग से नाता तोड़ दे तू सब साईं पे छोड़ दीवाने सब साईं पे छोड़ दे,माना तेरे करीब में है गम के अँधेरे,जीवन में आये खुशियों के सवेरे तू सब साईं पे छोड़🌻🙏🏻* *🙏🏻🌻ॐ साईं राम 🌻🙏🏻* *🌻श्री साई बाबा धुप आरती कपूर दर्शन श्री साई बाबा समाधी मंदिर शिर्डी से*🌻
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